बेस्ट महाप्रबंधक पद को लेकर सरकार में खींचतान के विपक्ष के दावे पर घमासान, सत्ता पक्ष ने दी सफाई
धीरज जोहेब
- 06 Aug 2025, 11:11 PM
- Updated: 11:11 PM
मुंबई, छह अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को स्पष्ट किया है कि शहरी विकास (यूडी) विभाग ने आईएएस अधिकारी अश्विनी जोशी को बेस्ट के महाप्रबंधक का प्रभार सौंपने का कोई आदेश जारी नहीं किया।
यह बयान इन दावों के बाद आया है कि अलग-अलग विभागों ने एक ही पद पर दो अधिकारियों की नियुक्ति की थी।
विपक्ष ने दावा किया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाले सामान्य प्रशासन विभाग ने जीएसटी आयुक्त आशीष शर्मा को प्रभार दिया, जबकि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले यूडी विभाग ने अतिरिक्त नगर आयुक्त अश्विनी जोशी को इस पद पर नियुक्त किया, जिससे सत्तारूढ़ गठबंधन में ‘‘रस्साकसी’’ उजागर हो गई है।
विवाद के बीच, शर्मा ने आखिरकार बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति और परिवहन (बेस्ट) उपक्रम के महाप्रबंधक के रूप में अतिरिक्त प्रभार संभाला। बेस्ट मुंबई में बिजली के साथ-साथ सार्वजनिक बस सेवा भी प्रदान करता है।
आधिकारिक रूप से जारी बयान में कहा गया कि बेस्ट महाप्रबंधक का पद एसवीआर श्रीनिवास के पास था लेकिन 31 जुलाई को उनकी सेवानिवृत्ति की वजह से यह पद खाली था।
सामान्य प्रशासन विभाग ने उसी दिन एक आदेश जारी कर ‘‘शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव की सलाह के तहत’’ कार्यभार पुनः सौंपने की अनुमति दे दी।
इस प्रशासनिक बदलाव के बीच, बेस्ट कर्मचारी संघ ने ग्रेच्युटी भुगतान के समय पर वितरण की मांग को लेकर विरोध मार्च की घोषणा की। वहीं शहरी विकास विभाग ने ‘‘स्थिति को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए’’ सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा नियमित आदेश जारी किए जाने तक अश्विनी जोशी को ‘‘अस्थायी रूप से’’ पद सौंपने की प्रक्रिया शुरू की।
बयान में कहा गया है कि हालांकि इसे अंतिम रूप दिए जाने से पहले ही जीएडी ने पांच अगस्त को एक नया आदेश जारी कर आशीष शर्मा को कार्यभार सौंप दिया।
इसमें कहा गया है कि अश्विनी जोशी को यह भूमिका सौंपने के लिए कभी कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई।
एक सरकारी अधिकारी ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया कि आमतौर पर जब यह पद रिक्त होता है तो नगर निगम तत्काल अतिरिक्त आयुक्त को प्रभार सौंप देता है। यह प्रभार तब तक के लिए सौंपा जाता है जब तक कि सामान्य प्रशासन विभाग नियमित महाप्रबंधक की नियुक्ति नहीं कर लेता।
इससे पहले दिन में, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर दो कथित आदेश साझा करते हुए कहा, ‘‘एक पद, दो आदेश, दो नेता, क्या यह डबल इंजन सरकार का दोहरा गैंगवार है?’’
उन्होंने दावा किया कि अधिकारियों के तबादलों को लेकर फडणवीस और शिंदे के बीच ‘‘गैंगवार’’ चल रहा है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता रोहित पवार ने भी इस मुद्दे पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बेस्ट में महाप्रबंधक का पद खाली होते ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच इस पद पर ‘अपने’ व्यक्ति को बिठाने की होड़ शुरू हो गई है।’’
शिवसेना (उबाठा) के नेता आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जानबूझकर बेस्ट को ‘मार’ रही है, लेकिन इससे भी बुरी बात यह है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच समन्वय की कमी है।
भाषा धीरज