ब्रिटेन के साउथेम्प्टन में भारतीय रेस्तरां में चोरी, मालिक को स्वयं तलाशना पड़ा चोरों का सुराग
प्रशांत रंजन
- 08 Aug 2025, 10:33 PM
- Updated: 10:33 PM
(अदिति खन्ना)
लंदन, आठ अगस्त (भाषा) साउथेम्प्टन के बंदरगाह शहर में स्थित लोकप्रिय शाकाहारी रेस्तरां ‘पधारो’ के मालिक ने शुक्रवार को उस घटना को याद किया जब चोरों ने रेस्तरां में सेंध लगाई और महंगी शराब की कई बोतलें व नकदी लेकर फरार हो गए। आपातकालीन कॉल के बावजूद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची, जिसके बाद मालिक को खुद ही चोरों का सुराग तलाशना पड़ा।
इस महीने के अंत में इंग्लैंड के दक्षिणी तट पर ‘पधारो’ की स्थापना की चौथी वर्षगांठ मनाने की तैयारी कर रहे अंकित वाघेला ने कहा कि पिछले सप्ताह देर रात सुनसान परिसर में घुसने वाले तीन चोरों की सीसीटीवी फुटेज ईमेल करने के निर्देश मिलने पर वह और उनके कर्मचारी बेहद निराश हो गए।
फुटेज की स्वयं समीक्षा करने के बाद, रेस्तरां मालिक ने सक्रियता दिखाने का निर्णय किया। उसने तलाश शुरू की और उसे अपना टूटा हुआ और लावारिस कैश रजिस्टर मिला, जिसमें नकदी नहीं थी, तथा वहां बार से चुराई गई शराब की कुछ टूटी हुई बोतलें भी थीं।
वाघेला ने कहा, “यह सुनकर वह बेहद निराश हुये कि अधिकारी तीन से पांच कार्यदिवसों में नुकसान की समीक्षा कर पाएंगे । उस समय कोई फोरेंसिक (अधिकारी) उपलब्ध नहीं था।”
उन्होंने कहा, “हर जगह कांच बिखरा पड़ा था। एक व्यवसाय के तौर पर, हम रेस्त्रां को बंद नहीं रख सकते थे, इसलिए हमें चीजों की सफाई करनी पड़ी और शीशे ठीक करवाने पड़े। हम अब भी उचित कैश रजिस्टर के बिना सुचारू रूप से काम करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जिसमें समय लगेगा, लेकिन हम अपने मेहमानों का स्वागत उसी स्तर की सेवा के साथ करने के लिए दृढ़ हैं जिसके लिए हम शहर में जाने जाते हैं।”
मूल रूप से गुजरात के रहने वाले वाघेला के घर में पिछले वर्ष लगभग इसी समय इसी प्रकार की चोरी हुई थी, जब एक चोर ने एक प्रवेश द्वार को तोड़ दिया था। चोर हालांकि इस दौरान खुद घायल हो कर भाग गया और वहां से कुछ ले नहीं जा सका।
उन्होंने कहा, “यह बेहद चिंताजनक और सुरक्षा संबंधी चिंता का विषय है क्योंकि शहर के केंद्र में स्थित अन्य व्यवसायों को भी इसी तरह निशाना बनाया गया है। लेकिन हमें प्रक्रिया पर भरोसा रखना होगा और न्याय की उम्मीद करनी होगी।”
हैम्पशायर पुलिस 31 जुलाई की घटना की जांच कर रही है। उसने कहा कि वह व्यापारिक चोरी से पीड़ितों पर पड़ने वाले प्रभाव को कम नहीं आंकती है और जानकारी मिलने पर ऐसे मामलों को गंभीरता से लेती है।
भाषा प्रशांत