प्रशंसकों ने अभिनय की दुनिया में रजनीकांत के 50 साल पूरे होने का जश्न मनाया
नोमान पारुल
- 14 Aug 2025, 07:42 PM
- Updated: 07:42 PM
चेन्नई, 14 अगस्त (भाषा) अभिनेता रजनीकांत के अदाकारी की दुनिया में कदम रखने के 50 साल पूरे होने के मौके पर उनके प्रशंसकों ने बृहस्पतिवार को ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाया और मिठाई व केक बांटा। इसी के साथ दिग्गज अभिनेता की नयी फिल्म ‘कुली’ ने भी सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है।
रजनीकांत ने के बालाचंदर की तमिल फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ से अभिनय की दुनिया में कदम रखा था, जो 15 अगस्त 1975 को रिलीज हुई थी। इस फिल्म में कमल हासन, सुंदरराजन, श्रीविद्या और जयासुधा ने भी अहम किरदार निभाए थे।
लोकेश कनगराज निर्देशित ‘कुली’ में रजनीकांत को कुली के नये अवतार में देखने के लिए सिनेमाघरों में भीड़ उमड़ पड़ी। इस फिल्म में वह अपने विशिष्ट अंदाज में बुरे लोगों से लोहा लेते नजर आएंगे।
चेन्नई के रोहिणी में सिनेमाघरों के बाहर जुटी भारी भीड़ ‘कुली’ की रिलीज से खुशी से झूम उठी। प्रशंसकों ने आयोजन स्थल पर रंग-बिरंगे फूलों की वर्षा की और ढोल की थाप पर नृत्य किया, जिससे माहौल उत्सव में बदल गया।
बताया जाता है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बुधवार को ‘कुली’ की विशेष स्क्रीनिंग देखी। इस फिल्म का निर्माण ‘सन पिक्चर्स’ ने किया है।
कनगराज ने सोशल मीडिया पर एक संदेश में कहा, “माननीय मुख्यमंत्री सर, ‘कुली’ सर के लिए आपकी शुभकामनाओं और प्यार के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।”
अभिनेता धनुष और शिवकार्तिकेयन उन तमिल सितारों में शामिल थे, जिन्होंने यहां पहले दिन फिल्म देखी।
तंजावुर में विजया थिएटर और आठ अन्य सिनेमाघरों के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई। प्रशंसकों ने ‘रजनीकांत जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए जुलूस भी निकाला।
प्रशंसकों ने सुपरस्टार के ‘कटआउट’ लगाकर उस पर दूध चढ़ाया, दीये जलाए, नारियल फोड़े और पटाखे जलाए। सिने जगत में रजनीकांत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक केक भी काटा गया।
कर्नाटक में भी ऐसा ही दृश्य देखने को मिला, जहां राजधानी बेंगलुरु में रजनीकांत की नयी फिल्म के पहले दिन के पहले शो के लिए मुकुंदा थिएटर के बाहर जुटी प्रशंसकों की भारी भीड़ ने विशाल रैली निकाली।
साल 1975 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रिलीज हुई फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ में रजनीकांत ने एक छोटी-सी भूमिका निभाई थी।
रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरु में हुआ था और उनका असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है। उन्होंने मद्रास फिल्म संस्थान से अभिनय का कोर्स करने से पहले बस कंडक्टर के रूप में काम किया था। वह कई हिंदी फिल्मों में भी अभिनय कर चुके हैं।
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