हुमायूं के मकबरे के निकट दरगाह की दीवार गिरने से पांच लोगों की मौत : दिल्ली पुलिस
देवेंद्र दिलीप
- 15 Aug 2025, 07:54 PM
- Updated: 07:54 PM
नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुमायूं के मकबरे के निकट एक दरगाह की दीवार गिरने से शुक्रवार शाम पांच लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि कुल नौ घायलों को एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया और एक को एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया।
संयुक्त पुलिस आयुक्त संजय कुमार जैन ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘अब तक हमें पता चला है कि एम्स ट्रॉमा सेंटर में इलाज करा रहे पांच लोगों की मौत हो गई है और अन्य का अभी भी इलाज जारी है। हमने इलाके की घेराबंदी कर दी है।’’
उन्होंने बताया कि लोग शुक्रवार की नमाज के लिए दरगाह पर आए थे और जब यह घटना घटी तब बारिश के कारण वे कमरे के अंदर बैठे थे।
पुलिस ने बताया कि बचाव अभियान पूरा हो गया है। इसने बताया कि घटना के संबंध में अपराह्न 3.55 बजे सूचना मिलने के बाद कुल 10 से 12 पीड़ितों को मलबे से निकाला गया।
घटना के बाद दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस), दिल्ली पुलिस, एनडीआरएफ और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) समेत कई बचाव एजेंसियों को सेवा में लगाया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘थाना प्रभारी (एसएचओ) और स्थानीय कर्मचारी पांच मिनट के भीतर वहां पहुंच गए और बचाव कार्य शुरू कर दिया। कुछ देर बाद, दमकल कर्मी और कैट्स एम्बुलेंस भी मौके पर पहुंच गईं। एनडीआरएफ भी बचाव कार्य में शामिल हुआ।’’
डीएफएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुरू में कहा था कि मकबरे के गुंबद के एक हिस्से के ढहने के बारे में एक सूचना प्राप्त हुई थी, जिसके बाद पांच दमकल गाड़ियों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह घटना 16वीं शताब्दी के स्मारक के मुख्य गुंबद से संबंधित नहीं थी, बल्कि इसके परिसर के भीतर एक छोटे कमरे से संबंधित थी।
एक प्रत्यक्षदर्शी विशाल कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मैं हुमायूं मकबरे पर काम करता हूं। जब हमने शोर सुना, तो मेरा सुपरवाइजर दौड़कर आया। हमने लोगों और प्रशासन को बुलाया। धीरे-धीरे हमने फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वहां कम से कम 10 से 12 लोग थे। इमाम भी वहां थे और वे भी घायलों में शामिल हैं। मैंने कम से कम आठ से नौ लोगों को बचाया है।’’
एक महिला प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, ‘‘मैं बाहर खड़ी थी और कमरे में प्रवेश करने ही वाली थी कि उससे बस दो कदम की दूरी पर थी। जैसे ही बारिश शुरू हुई, सभी लोग शरण लेने के लिए अंदर चले गए।’’
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘तभी दीवार ढह गई। इसके बाद मैंने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया, लेकिन आसपास कोई नहीं था। मैं चिल्लाती रही और फिर आस-पास के कुछ लोग आए और अंदर फंसे सभी लोगों को बचाने में हमारी मदद की।’’
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हुमायूं का मकबरा राष्ट्रीय राजधानी में एक प्रमुख पर्यटन केंद्र है और इसे देखने प्रतिदिन सैकड़ों घरेलू और विदेशी पर्यटक आते हैं।
हुमायूं के मकबरे के जीर्णोद्धार में शामिल संगठन, ‘आगा खान ट्रस्ट फॉर कल्चर’ (एकेटीसी) के संरक्षण वास्तुकार रतीश नंदा ने कहा, ‘‘हुमायूं के मकबरे को कोई नुकसान नहीं हुआ है। हुमायूं के मकबरे के निकट एक नया ढांचा बनाया जा रहा था, इसका एक हिस्सा ढह गया है और कुछ हिस्सा हुमायूं के मकबरे की दीवारों पर भी गिरा है।’’
भाषा
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