एलपीजी टैंकर आग हादसा: मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हुई, पंजाब के मुख्यमंत्री ने सहायता राशि की घोषणा की
राखी देवेंद्र
- 23 Aug 2025, 11:31 PM
- Updated: 11:31 PM
होशियारपुर, 23 अगस्त (भाषा) पंजाब के होशियारपुर-जालंधर मार्ग पर मंडियाला अड्डे के पास शुक्रवार रात एक वाहन से टक्कर के बाद एलपीजी टैंकर में हुए विस्फोट में एक और व्यक्ति की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हो गयी है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि मंडियाला अड्डा क्षेत्र में आग तेजी से फैली और उसने आसपास की लगभग 15 दुकानों तथा चार से पांच मकानों को अपनी चपेट में ले लिया।
होशियारपुर के पुलिस अधीक्षक (जांच) मुकेश कुमार ने बताया कि मंडियाला गांव निवासी धरमिंदर वर्मा (28) की अमृतसर के अस्पताल लेने जाने के दौरान मौत हो गई।
सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार ने बताया कि वर्मा को गंभीर रूप से झुलसने के कारण सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर स्थानांतिरत किया गया था लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
बुलोवल पुलिस थाने के थाना प्रभारी उपनिरीक्षक मनिंदर सिंह ने कहा कि इस घटना में मरने वाले दो अन्य लोग लुधियाना जिले के डेहलों निवासी टैंकर चालक सुखजीत सिंह और मंडियाला गांव निवासी बलवंत राय हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को घोषणा की कि मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी और घायलों को मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाएगा।
पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया।
राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा, "मुझे इस त्रासदी के बारे में जानकर दुख हुआ है, जिसमें निर्दोष लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। मेरी संवेदना उन परिवारों के साथ है जिन्होंने इस विनाशकारी दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खो दिया है।"
इससे पहले दिन में, मंडियाला और आसपास के गांवों के कई निवासियों ने धरना दिया और होशियारपुर-जालंधर सड़क के दोनों ओर साढ़े तीन घंटे से अधिक समय तक वाहनों की आवाजाही बाधित रखी।
प्रदर्शनकारियों ने मुआवजे और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
बाद में उप संभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) गुरसिमरनजीत कौर मौके पर पहुंचीं और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कैबिनेट मंत्री रवजोत सिंह, विधायक ब्रम शंकर जिम्पा और होशियारपुर की उपायुक्त आशिका जैन ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन पीड़ितों के साथ है।
पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ अस्पताल भी गए।
भाजपा नेता अविनाश राय खन्ना भी घायलों का हालचाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे।
वहीं, जैन ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद राजमार्ग के उस हिस्से को बंद कर दिया गया और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम को हालात पर नजर रखने के लिए तैनात किया गया।
उन्होंने नसराला डिपो अधिकारियों को गैस रिसाव की जांच करने के निर्देश भी दिए।
घायलों में से राघव (20) ने कहा, ‘‘हमने तेज धमाके की आवाज सुनी। जैसे ही हम गेट की ओर भागे, अचानक आग की लपटों ने हमें घेर लिया।’’
हादसे में राघव और उसकी मां सुखजीत कौर गंभीर रूप से झुलस गए।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर के मूल निवासी भगवान दास (53) ने कहा, ‘‘मेरी पत्नी और तीन बच्चे सो रहे थे, तभी अचानक मेरा कमरा आग की लपटों से घिर गया। हम सब बुरी तरह से झुलस गए।’’
मंडियाला के गुरमुख सिंह (56) ने बताया, ‘‘मैं नहा रहा था, तभी विस्फोट हुआ। अचानक लपटों ने हमें घेर लिया। मेरी पत्नी, बेटी और बहू झुलस गईं। किसी तरह मैंने पोते को कंबल में लपेटकर बचाया।’’
सिविल सर्जन कुमार ने बताया कि घटना के बाद एक व्यक्ति को होशियारपुर के सरकारी अस्पताल में मृत लाया गया, जबकि दूसरे को निजी अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
मनिंदर सिंह ने बताया कि घटना के सिलसिले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 105 (गैर-इरादतन हत्या) और 324(4) (संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाली शरारत) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भाषा
राखी