एसएससी अभ्यर्थियों ने पुलिस पर ज्यादती का आरोप लगाया
रंजन माधव
- 25 Aug 2025, 10:20 PM
- Updated: 10:20 PM
नयी दिल्ली, 25 अगस्त (भाषा) कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के 1,000 से ज़्यादा अभ्यर्थियों और शिक्षकों ने भर्ती परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के खिलाफ यहां रामलीला मैदान में विरोध प्रदर्शन किया, जिसका अंत में रविवार देर शाम पुलिस के साथ झड़पों के साथ हुआ।
एसएससी अभ्यर्थियों ने पुलिस और शिक्षकों दोनों पर ‘विश्वासघात और ज्यादती’ का आरोप लगाया, जबकि दिल्ली पुलिस ने आरोपों से इनकार किया और विरोध प्रदर्शन तय समय सीमा से आगे चला गया।
राम नामक एक अभ्यर्थी ने सोमवार को एक संवाददता सम्मेलन में आरोप लगाया कि शिक्षकों ने अभ्यर्थियों के नेतृत्व में किए जाने वाले प्रदर्शन को ‘हाईजैक’ कर लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने तय किया था कि कोई भी शिक्षक नेतृत्व नहीं करेगा, लेकिन जब वे लग्ज़री कारों और अंगरक्षकों के साथ आए, तो उन्होंने हमारे माइक्रोफ़ोन छीन लिए। हम दोपहर तक विरोध प्रदर्शन वापस लेने के लिए भी तैयार थे।’’
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस और शिक्षकों, दोनों ने छात्रों के साथ अन्याय किया।
एक महिला प्रदर्शनकारी, आहना ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा रात में बिजली आपूर्ति बंद करने के बाद महिलाओं को परेशान किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कपड़े फाड़ दिए गए, हम पर फब्तियां कसी गयी, अंधेरे में हमें परेशान किया गया।’’
एक अन्य उम्मीदवार ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों को मंच से नीचे घसीटा गया और सादे कपड़ों में पुलिस ने उन पर हमला किया।
यह प्रदर्शन "आकांक्षी अगस्त क्रांति" के बैनर तले आयोजित किया गया था, इससे पहले पिछले महीने इसी तरह का एक विरोध प्रदर्शन हुआ था।
आरोपों का खंडन करते हुए, दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘‘सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच प्रदर्शन की अनुमति दी गई थी। बार-बार चेतावनी के बावजूद, लगभग 100 प्रदर्शनकारियों ने जाने से इनकार कर दिया। तितर-बितर करने की प्रक्रिया में, 40 लोगों को हिरासत में लिया गया।’’
पुलिस ने कहा कि ‘‘कुछ प्रदर्शनकारियों के आक्रामक व्यवहार’’ के कारण तीन महिला कांस्टेबलों सहित पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए । पुलिस ने हालांकि, लाठीचार्ज से इनकार किया।’’
पुलिस ने आगे कहा कि शपथ-पत्र के उल्लंघन को देखते हुए, 25 अगस्त को विरोध प्रदर्शन की अनुमति वापस ले ली गई है और बीएनएस की धारा 223बी (पूर्व में आईपीसी की धारा 188) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इससे पहले 24 जुलाई से दो अगस्त के बीच आयोजित एसएससी चयन पद चरण-13 परीक्षा के दौरान कथित व्यवधानों और अनियमितताओं के विरोध में अभ्यर्थी रामलीला मैदान में एकत्र हुए हैं।
भाषा रंजन