पोप लियो 14वें ने कार्लो एक्यूटिस को संत घोषित किया
धीरज नरेश
- 07 Sep 2025, 07:03 PM
- Updated: 07:03 PM
वेटिकन सिटी, सात सितंबर (एपी) पोप लियो 14वें ने रविवार को कार्लो एक्यूटिस को कैथोलिक चर्च का प्रथम सहस्राब्दि संत घोषित किया।
पोप के मुताबिक, रविवार को घोषित संत ने कैथोलिकों की अगली पीढ़ी के लिए आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया, आस्था के प्रचार के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया और ‘‘ईश्वर के इंन्फ्लूएंसर’ का उपनाम अर्जित किया।
कंप्यूटर विशेषज्ञ रहे कार्लो एक्यूटिस का 2006 में 15 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। पोप लियो 14 वें ने सेंट पीटर्स स्क्वायर में खुले में आयोजित प्रार्थना सभा के दौरान एक्यूटिस को संत घोषित किया। इस प्रार्थना सभा में हजारों लोग शामिल हुए थे, जिनमें से कई युवा और छोटे बच्चों वाले जोड़े थे। इस समारोह के दौरान, पोप लियो ने एक और लोकप्रिय इतालवी हस्ती, पियर जियोर्जियो फ्रैसाती को भी संत घोषित किया, जिनका युवावस्था में ही निधन हो गया था।
लियो ने कहा कि दोनों व्यक्तियों ने अपने जीवन को ईश्वर को समर्पित करके उसमें से ‘‘उत्कृष्ट कृतियां’’ बनाईं।
पोप ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘ नए संत हम सभी के लिए, खासकर युवाओं के लिए एक आदर्श हैं कि हम अपने जीवन को बर्बाद न करें, बल्कि उसे ईश्वर की ओर निर्देशित करें और उससे उत्कृष्ट कृतियां बनाएं।’’
एक्यूटिस का जन्म तीन मई, 1991 को लंदन में एक धनी लेकिन सामान्य कैथोलिक परिवार में हुआ था। उनके जन्म के तुरंत बाद परिवार मिलान वापस आ गया और उन्होंने एक सामान्य, खुशहाल बचपन बिताया।
एक्यूटिस को कंप्यूटर विज्ञान में विशेष रुचि थी और युवावस्था में ही उन्होंने प्रोग्रामिंग पर महाविद्यालय स्तर की पुस्तकों का अध्ययन कर लिया था।
एक्यूटिस ने अपनी मुख्य तकनीकी विरासत के कारण ‘‘ईश्वर के इंन्फ्लूएंसर’’ उपनाम अर्जित किया। उन्होंने एक बहुभाषी वेबसाइट बनाई जो चर्च द्वारा मान्यता प्राप्त चमत्कारों का दस्तावेजीकरण करती थी।
एक्यूटिस का अक्टूबर 2006 में 15 साल की उम्र में ब्लड कैंसर से निधन हो गया।
रविवार को संत घोषित किये जाने वाले दूसरे संत फ्रैसाती का जन्म 1901 में हुआ था और 1925 में उनकी पोलियो के कारण 24 साल की उम्र में मृत्यु हो गई। उनका जन्म एक प्रतिष्ठित ट्यूरिन परिवार में हुआ था, लेकिन वे गरीबों की सेवा करने, दान-पुण्य के कार्य करने तथा अपने मित्रों में अपनी आस्था का प्रचार करने के लिए जाने जाते हैं।
भाषा धीरज