त्रिपुरा में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में आमंत्रित न किए जाने से भाजपा सहयोगी टिपरा मोथा नाराज
अमित माधव
- 22 Sep 2025, 05:55 PM
- Updated: 05:55 PM
अगरतला, 22 सितंबर (भाषा) त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत गठबंधन सरकार के घटक दल टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) ने राज्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम का निमंत्रण नहीं मिलने पर सोमवार को निराशा जतायी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को त्रिपुरा के गोमती जिले में जीर्णोद्धार के बाद त्रिपुरेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
टिपरा मोथा पार्टी टीएमपी के वरिष्ठ विधायक रंजीत देबबर्मा ने कहा, "प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का निमंत्रण नहीं मिलने से हम दुखी हैं। हमारी पार्टी के प्रमुख एवं शाही वंशज प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा और पार्टी के विधायकों को इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का गवाह बनने से वंचित रखा गया। राजमाता बिभु कुमारी देवी को भी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया, जबकि मंदिर का निर्माण महाराजा धन्य माणिक्य ने 1501 में करवाया था।’’
यह घटनाक्रम भाजपा के जनाति मोर्चा के उपाध्यक्ष मंगल देबबर्मा सहित चार लोगों पर पश्चिम त्रिपुरा में टीएमपी समर्थकों द्वारा हमला किये जाने के एक दिन बाद हुआ है।
टीएमपी विधायक ने दावा किया कि सितंबर 1949 में भारतीय संघ और रानी कंचन प्रवा देवी के बीच 'त्रिपुरा विलय समझौते' पर हस्ताक्षर होने से पहले, मां त्रिपुर सुंदरी का मंदिर माणिक्य शासकों के स्वामित्व में था।
जीर्णोद्धार के बाद त्रिपुरेश्वरी मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के अलावा, मुख्यमंत्री माणिक साहा और सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य वहां मौजूद थे।
क्षेत्रीय पार्टी की अनदेखी पर नाराजगी जताते हुए देबबर्मा ने कहा कि भाजपा विधायकों और निर्वाचित प्रतिनिधियों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था।
त्रिपुरा में मुख्य विपक्षी दल रही टीएमपी पिछले साल मार्च में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गई थी। राज्य विधानसभा में पार्टी के 13 सदस्य हैं।
राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के एक अन्य घटक, इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) को भी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया था।
आईपीएफटी महासचिव स्वप्न देबबर्मा ने कहा, "हमें कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया था। पता नहीं हमारे एकमात्र मंत्री, शुक्ल चरण नोआतिया, कार्यक्रम में शामिल हुए या नहीं।’’
भाषा अमित