माकपा के राजनीतिक उत्पीड़न की वजह से पार्षद ने खुदकुशी की : भाजपा
नोमान दिलीप
- 22 Sep 2025, 07:33 PM
- Updated: 07:33 PM
तिरुवनंतपुरम, 22 सितंबर (भाषा) केरल के तिरुवनंतपुरम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पार्षद की कथित आत्महत्या को लेकर राजनीतिक विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है और पार्टी ने सोमवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट (माकपा) द्वारा राजनीतिक उत्पीड़न के कारण पार्षद ने यह कदम उठाया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता वी मुरलीधरन ने तिरुमला वार्ड के पार्षद के. अनिल कुमार की मौत को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी और पुलिस पर तीखा हमला बोला।
पत्रकारों से यहां बात करते हुए उन्होंने सच्चाई सामने लाने के लिए घटना की तथ्यात्मक और निष्पक्ष जांच की मांग की।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा जानना चाहती है कि अनिल कुमार को यह कदम उठाने के लिए किस बात ने मजबूर किया।
मीडिया में आई कुछ खबरों में कहा गया था कि उनके शव के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ था, जिसमें भाजपा नेताओं के खिलाफ टिप्पणी थी और कहा गया था कि कुमार जिस सहकारी समिति के प्रमुख थे, उसमें वित्तीय संकट के कारण तनाव में थे, लेकिन मुरलीधरन ने इन दावों को खारिज कर दिया।
माकपा ने इस सहकारी समिति के वित्तीय मुद्दों में भाजपा नेताओं की कथित भूमिका की जांच की मांग की थी।
हालांकि, मुरलीधरन ने ऐसे आरोपों को खारिज कर दिया और दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी और पुलिस ने ही ऐसी परिस्थितियां पैदा कीं, जिससे पार्षद को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मुरलीधरन ने कहा, "माकपा को उत्पीड़न बंद करना चाहिए। पुलिस को अपने राजनीतिक आकाओं की आंख मूंदकर आज्ञा मानने की प्रथा बंद करनी चाहिए।"
मुरलीधरन ने उन खबरों का भी खंडन किया कि अनिल कुमार के सुसाइड नोट में भाजपा नेताओं के खिलाफ टिप्पणी थी।
उनके अनुसार, पत्र में कुमार ने केवल "हमारे लोगों" का उल्लेख किया था और वह ज़रूरी नहीं कि भाजपा नेताओं की ओर इशारा करता हो।
हालांकि, माकपा के वरिष्ठ नेता और सामान्य शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने भाजपा के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा पार्टी आत्महत्या का इस्तेमाल "राजनीतिक लाभ" के लिए कर रही है।
उन्होंने कहा, “हम समझते हैं कि सहकारी समिति का नियंत्रण भाजपा के नेतृत्व वाले एक प्रशासनिक पैनल के पास था। अगर ऐसा है, तो पार्टी तिरुमला पार्षद की आत्महत्या की ज़िम्मेदारी से कैसे बच सकती है?"
भाषा नोमान