इंदौर इमारत हादसा : किरायेदार ने हफ्ते भर पहले ही दे दी थी मकान मालिक को अनहोनी की चेतावनी
हर्ष खारी
- 23 Sep 2025, 03:05 PM
- Updated: 03:05 PM
इंदौर (मध्यप्रदेश), 23 सितंबर (भाषा) इंदौर में तीन मंजिला इमारत ढहने से दो लोगों की मौत को लेकर उठ रहे सवालों के बीच इस इमारत के एक किरायेदार ने मंगलवार को कहा कि भवन की जर्जर हालत को देखते हुए उसने मकान मालिक को हफ्ते भर पहले ही अनहोनी की चेतावनी देते हुए अपना सामान समेटना शुरू कर दिया था।
अधिकारियों ने बताया कि शहर के रानीपुरा क्षेत्र में बारिश के बाद सोमवार रात हुए हादसे में 20 वर्षीय युवती समेत एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 घायलों को मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घनी बसाहट वाले वाणिज्यिक इलाके की इस इमारत में सामने की ओर के तीन कमरे किराये पर दिए गए थे, जबकि भवन के दूसरे हिस्सों में सम्मू अंसारी के कुनबे के 22 सदस्य रहते थे। इनमें से एक कमरे को बिजली के सामान के कारोबारी शशांक गुप्ता ने किराये पर ले रखा था जिसे वह गोदाम के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे।
हादसे के अगले दिन मौके पर पहुंचे गुप्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मैंने आठ दिन पहले इमारत की स्थिति देखकर अपने मकान मालिक अंसारी से दो-तीन बार कहा था कि उनकी इमारत कभी भी गिर जाएगी और उन्हें इस ओर ध्यान देना चाहिए। असल में मेरे गोदाम का शटर अपने आप नीचे की ओर झुक गया था जिससे मैं सचेत हो गया था।’’
गुप्ता ने बताया कि अनहोनी से जुड़ी चेतावनी को मकान मालिक के अनसुना किए जाने के बाद उन्होंने अन्य जगह पर दो गोदाम किराये पर लेकर अपना 70 प्रतिशत माल वहां भेज भी दिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर सोमवार को बारिश नहीं होती, तो मैं अपना बाकी 30 प्रतिशत माल भी अंसारी की इमारत से हटा देता। वैसे भी सितंबर पूरे होने में अब चंद दिन ही बचे हैं और मैंने इस इमारत में स्थित गोदाम खाली करने का मन बना लिया था।’’
गुप्ता ने संदेह जताया कि जवाहर मार्ग पर तेज बहाव के साथ सड़कों पर बहने वाले बारिश के पानी के तलघर में भरने और बड़ी तादाद में मौजूद चूहों के बिल बनाने से अंसारी की तीन मंजिला इमारत की नींव धीरे-धीरे कमजोर हो होती गई और आखिरकार इमारत ढह गई।
इमारत के पास ही रहने वाले मोहम्मद आमिल अंसारी ने भी बताया कि भवन की जर्जर हालत को देखते हुए मकान मालिक को उसके किरायेदारों ने हादसे की चेतावनी पहले ही दे दी थी, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘हादसे के वक्त अंसारी के कुनबे के आठ लोग घर से बाहर थे। अगर वे घर में होते, तो जाहिर है कि हादसा और बड़ा हो सकता था।’’
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन का पांच घंटे चला बचाव अभियान मंगलवार तड़के खत्म हुआ और इमारत के मलबे में दबे 12 लोगों को बाहर निकालकर शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) में भर्ती कराया गया।
उन्होंने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की पहचान अलीफा (20) और फहीमुद्दीन अंसारी उर्फ फहीम (40) के रूप में हुई है।
अधिकारियों के मुताबिक हादसे को लेकर पुलिस और प्रशासन की विस्तृत जांच जारी है।
भाषा हर्ष