दो साल बाद जेल से रिहा हुए सपा नेता आजम खां
आनन्द सलीम खारी
- 23 Sep 2025, 07:18 PM
- Updated: 07:18 PM
सीतापुर/लखनऊ/रामपुर/संभल, 23 सितंबर (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां को लगभग दो साल के बाद मंगलवार को सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा कर दिया गया।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खां की रिहाई पर खुशी जतायी और वादा किया कि राज्य में सपा सत्ता में आई तो खां के खिलाफ दर्ज सभी ‘‘झूठे मुकदमे’’ वापस ले लिये जाएंगे।
कभी उत्तर प्रदेश के प्रभावशाली मंत्री रहे आजम खां लगभग दो साल जेल में रहने के बाद मंगलवार की दोपहर रिहा कर दिये गये।
सफेद कुर्ता-पायजामा और काले रंग का चश्मा व वेस्टकोट पहने खां एक निजी वाहन में सवार होकर जेल परिसर से बाहर निकले और रामपुर रवाना हो गए। खां देर शाम रामपुर स्थित अपने आवास पर पहुंचे तो उनके समर्थकों ने ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लगाये। समर्थकों के हुजूम की वजह से खां बड़ी मशक्कत के बाद अपने घर के अंदर दाखिल हो सके।
रामपुर जिले की सीमा में प्रवेश करते ही पुलिस ने सपा नेता आजम खां के काफिले के वाहनों को अवरोधक लगाकर रोक दिया। केवल आजम खां और उनके बेटे के वाहनों को ही आगे जाने दिया गया।
सुबह से ही जेल के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की खासी भीड़ उनके स्वागत के लिए जमा हो गई थी। खां के बेटे अदीब और अब्दुल्ला, पूर्व विधायक अनूप गुप्ता, मुरादाबाद की सांसद रुचि वीरा सहित सपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
जिला प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी थी। प्रतिबंधों के बावजूद, समर्थक बड़ी संख्या में जेल के पास पहुंच गए, जिससे यातायात जाम हो गया। प्रतिबंधों का उल्लंघन करने पर कई वाहनों का चालान किया गया।
जेल से रिहा होने के बाद खां ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन सबका बहुत शुक्रिया जिन्होंने मेरे लिये दुआ की।’’
इस सवाल पर कि क्या उनके साथ इंसाफ हुआ है, खां ने कहा, ‘‘यह मैं नहीं कह सकता।’’
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल होने की अटकलें के बारे में पूछे जाने पर खां ने कहा, ‘‘इस बारे में उन्हीं लोगों से पूछिये जो ये अटकलें लगा रहे हैं।’’
इस बीच, संभल से सपा के विधायक इकबाल महमूद ने आजम खां के बसपा में शामिल होने की अटकलों को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हरकत बताते हुए कहा, ‘‘भाजपा जानती है कि खां के आने से सपा और मजबूत होगी, इसीलिये वह उनके बसपा में जाने की अफवाहें फैलवा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा चाहे कुछ भी कह ले मगर डूबती नाव में कोई नहीं बैठता है।’’
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आजम खां की रिहाई पर खुशी जताते हुए लखनऊ में संवाददाताओं से कहा कि खां को आखिरकार इंसाफ मिल गया।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से मुख्यमंत्री जी (योगी आदित्यनाथ) ने अपने मुकदमे वापस लिए हैं... न केवल अपने बल्कि उपमुख्यमंत्री (केशव प्रसाद मौर्य) और तमाम भाजपा नेताओं के मुकदमे वापस लिए हैं। सपा की सरकार आई तो आजम खां साहब पर लगे सभी झूठे मुकदमे वापस लेने का काम करेंगे।’’
सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने आजम खां के बसपा में शामिल होने की अटकलों को ‘‘अफवाह’’ करार देते हुए खारिज कर दिया।
शिवपाल ने झांसी में ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आजम खां साहब के किसी और पार्टी में शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं है। वह समाजवादी पार्टी के साथ रहे हैं और हमेशा रहेंगे। सपा और उसका नेतृत्व हमेशा आजम खां साहब के साथ खड़ा रहा है और आगे भी खड़ा रहेगा।’’
उन्होंने यह भी कहा कि वह जल्द ही आजम खां से मिलेंगे।
इस बीच, केशव प्रसाद मौर्य ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर दावा किया, ‘‘मोहम्मद आजम खां चाहें सपा में रहें या बसपा में जाएं, सपा-बसपा दोनों की 2027 में हार का मातम तय है।’’
खां के खिलाफ लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने वाले रामपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक आकाश सक्सेना ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “हमने हमेशा न्यायपालिका का सर्वोच्च सम्मान किया है। चाहे आजम खां साहब सपा में रहें या बसपा के साथ, अन्याय के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी।’’
पिछले कुछ वर्षों में 100 से ज्यादा आपराधिक मामलों में अभियुक्त बनाये गये आजम खां की रिहाई इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा पिछले सप्ताह रामपुर जिले में क्वालिटी बार भूमि अतिक्रमण मामले में उन्हें जमानत दिए जाने के कुछ दिनों बाद हुई है।
यह मामला बार परिसर पर कथित अवैध कब्जे से संबंधित था, जिसमें प्राथमिकी दर्ज होने के लगभग पांच साल बाद दोबारा जांच के दौरान खां का नाम जोड़ा गया था।
भाषा आनन्द सलीम