बंगाल में एनआरसी के डर से व्यक्ति की मौत: आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज
नोमान माधव
- 30 Oct 2025, 06:34 PM
- Updated: 06:34 PM
कोलकाता, 30 अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के खरदाह थाने में 57 वर्षीय प्रदीप कर की मौत के संबंध में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। कर ने कथित तौर पर खुदकुशी की थी और एक पत्र में अपनी मौत के लिए राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और एसआईआर को लेकर चिंता को जिम्मेदार ठहराया था।
कर का शव मंगलवार को उनके कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला। यह घटना निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की घोषणा के एक दिन बाद हुई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "मृतक के परिवार ने खरदाह थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दर्ज कराई है।"
पुलिस के अनुसार, कर का शव मंगलवार सुबह उनके अगरपारा अपार्टमेंट से बरामद किया गया।
सोशल मीडिया पर एक सुसाइड नोट वायरल हो गया है, जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि यह कर का है। हालांकि, ‘पीटीआई-भाषा’ स्वतंत्र रूप से इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सका।
सुसाइड नोट में कर का नाम, पता और एनआरसी का ज़िक्र है। हालांकि, लिखावट कथित तौर पर अस्पष्ट है, और पुलिस ने इसकी सामग्री की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कमरे से एक डायरी मिली है और माना जा रहा है कि इसके एक पन्ने पर सुसाइड नोट लिखा है जिसमें एनआरसी का जिक्र है।
उन्होंने बताया कि हालांकि, नोट की लिखावट की प्रामाणिकता की पुष्टि के लिए अब फोरेंसिक जांच की जा रही है।
मृतक की करीबी रिश्तेदार ने शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि मतदाता सूची में संशोधन की घोषणा के बाद कर "मानसिक रूप से परेशान" हो गए थे और उन्होंन एसआईआर को कथित तौर पर एनआरसी से जोड़ा था।
पुलिस ने बताया कि आत्महत्या का कारण अब तक पता नहीं चल पाया है।
उनकी मौत ने पश्चिम बंगाल में एक नया राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने लोगों में "घबराहट और डर" पैदा करने के लिए केंद्र की एनआरसी प्रक्रिया को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि भाजपा ने कथित सुसाइड नोट की प्रामाणिकता पर सवाल उठाया है।
टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "जब भाजपा डर की राजनीति करती है, तो यही होता है। एनआरसी ने असम में पहले ही लोगों की जान ले ली है और अब इसका भूत बंगाल में भी घूम रहा है।"
हालांकि, भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए सुसाइड नोट को "संदिग्ध" बताया।
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा, "कुछ लोग एक निजी त्रासदी का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें इस बात पर गंभीर संदेह है कि सुसाइड नोट असली है या नहीं, क्योंकि कर कथित तौर पर तीसरी कक्षा तक पढ़े थे और उनके दाहिने हाथ की चार उंगलियां नहीं थीं।"
उन्होंने दावा किया कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि वह बाएं हाथ से लिख सकते हैं।
भाषा नोमान