भाजपा, कांग्रेस व राजद नेताओं ने बिहार में की चुनावी जनसभाएं, खराब मौसम से प्रचार पर असर
अमित
- 01 Nov 2025, 11:49 PM
- Updated: 11:49 PM
पटना, एक नवम्बर (भाषा) बिहार में विधानसभा चुनावी सरगर्मी के बीच शनिवार को खराब मौसम से चुनाव प्रचार पर असर डाला, जिसके कारण केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे. पी. नड्डा और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा जैसे नेताओं को अपनी सभाएं या तो रद्द करनी पड़ीं या उन्हें डिजिटल तरीके से संबोधित करना पड़ा।
शाह की सभाएं गोपालगंज, समस्तीपुर और वैशाली जिलों में निर्धारित थीं, लेकिन खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर से यात्रा नहीं करने की सलाह मिलने के बाद उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जनता को संबोधित किया।
इसी प्रकार, भाजपा अध्यक्ष नड्डा को भी सिवान और मुजफ्फरपुर की रैलियां वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ही संबोधित करनी पड़ीं।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहली बार प्रचार करने पहुंचीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने पटना से लगभग 120 किलोमीटर दूर बेगूसराय में जनसभा को संबोधित करने के लिए सड़क मार्ग से पहुंचीं। हालांकि, खराब मौसम के चलते उनकी दूसरी सभा रद्द कर दी गई, जो खगड़िया में प्रस्तावित थी और जिसमें लगभग दो घंटे की सड़क यात्रा करनी पड़ती।
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि यह चुनाव “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास की दिशा में आगे बढ़ते बिहार और ‘जंगलराज’ लौटाने की कोशिश करने वालों के बीच” चुनने का है।
नड्डा ने भी राजद शासन काल की “अराजकता और अपराध” की याद दिलाते हुए लोगों से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में वोट करने की अपील की।
वहीं प्रियंका गांधी वाद्रा ने राजग सरकार पर “हर समस्या के लिए कांग्रेस, जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी को दोष देने” का आरोप लगाया और कहा कि “डबल इंजन सरकार” के दावों के बावजूद “बिहार की सरकार दिल्ली से चलाई जा रही है, जिसमें न जनता की सुनवाई होती है, न मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सम्मान मिलता है।”
इसी बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दरभंगा जिले के हायाघाट पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद के करीबी व पूर्व विधायक भोला यादव के समर्थन में रैली की।
मुजफ्फरपुर जिले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने देर शाम राजग उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित एकरोड शो में केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान के साथ हिस्सा लिया।
मौसम की बाधा को देखते हुए कई नेताओं ने रोडशो को प्राथमिकता दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मधुबनी में रोडशो किया। इससे पहले उन्होंने सुबह सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी करके जनता से उनकी सरकार पर विश्वास बनाए रखने की अपील की। बाद में उन्होंने वैशाली में एक सभा को संबोधित किया।
‘इंडिया’ गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने शुरुआती चरण में मोबाइल के माध्यम से कुछ जनसभाओं को वीडियो कॉल पर संबोधित किया, लेकिन बाद में उन्होंने रघुनाथपुर में खुद मंच संभाला।
रघुनाथपुर से राजद उम्मीदवार ओसामा शाहाबुद्दीन को लेकर भाजपा नेता “जंगलराज वापसी” का मुद्दा उठा रहे हैं। ओसामा शाहाबुद्दीन सिवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शाहाबुद्दीन के पुत्र हैं।
बिहार में सत्तारूढ़ राजग गठबंधन सरकार पिछले 20 वर्षों से शासन में है। इसे वामपंथी नेताओं ने “नकारात्मक प्रचार” के लिए कटघरे में खड़ा किया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता बृंदा करात ने पटना में पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए राजग पर विकास के बजाय विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया।
इस बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पटना में प्रेस वार्ता करके कहा कि राजग बिहार को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है और अगर राजद-नेतृत्व वाला गठबंधन सत्ता में आया, तो “राज्य की प्रगति की यात्रा रुक जाएगी।”
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पटना और मुजफ्फरपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके राजग पर निशाना साधा, जबकि जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस छात्र संगठन एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार ने मीडिया के माध्यम से जनता से “परिवर्तन के लिए वोट करने” की अपील की।
पूर्व में राजद से जुड़े रहे और बाद में प्रशांत किशोर की ‘जन सुराज पार्टी’ का समर्थन करने वाले गैंगेस्टर से नेता बने दुलारचंद यादव की हत्या को ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं ने राजग सरकार के “कानून-व्यवस्था की विफलता” का उदाहरण बताया।
निर्वाचन आयोग ने इस घटना पर राज्य पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट मांगी है और घटनास्थल मोकामा में तैनात तीन अधिकारियों का तबादला करने का आदेश दिया।
उधर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रविवार को होने वाले बिहार दौरे की तैयारियां भी जोरों पर थीं। मोदी भोजपुर और नवादा जिलों में जनसभाओं को संबोधित करेंगे और शाम को पटना में एक “भव्य रोड शो” का नेतृत्व करेंगे।
भाषा कैलाश