राजस्थान में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अभियान शुरू
पृथ्वी नोमान
- 05 Nov 2025, 06:13 PM
- Updated: 06:13 PM
जयपुर, पांच नवंबर (भाषा) राजस्थान सरकार ने यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसने के लिए 15 दिवसीय राज्यव्यापी सड़क सुरक्षा अभियान शुरू किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उनके अनुसार, चार से 18 नवंबर तक चलने वाला यह विशेष अभियान, फलोदी और जयपुर की हालिया भीषण सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनजर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर शुरू किया गया है।
बुधवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री कार्यालय, गृह विभाग से प्राप्त दैनिक रिपोर्ट के माध्यम से इस अभियान की सीधी निगरानी कर रहा है।
इसके मुताबिक, इस अभियान के सफल संचालन के लिए विभागवार जिम्मेदारियां तय की गई हैं। पुलिस विभाग को इसकी नोडल एजेंसी एवं फील्ड कोऑर्डिनेटर बनाया गया है। विभाग द्वारा शराब पीकर, तेज गति से, गलत दिशा में या खतरनाक तरीके से वाहन चलाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है तथा बिना 'रिफ्लेक्टर' या नंबर प्लेट वाले वाहनों पर विधिक कार्रवाई शुरू की गई है।
बयान में कहा गया है कि सभी राजमार्गों और प्रमुख सड़कों पर संबधित थाना एवं यातायात टीमें प्रभावी कार्रवाई के लिए तैनात की गई हैं। साथ ही,यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि राजमार्ग मोबाइल यूनिट एवं एम्बुलेस निर्धारित मानकों के अनुसार कार्यरत हों।
इसके मुताबिक, सभी छह लेन राजमार्गों पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-48 मॉडल के अनुरूप ‘लेन ड्राइविंग सिस्टम’ लागू किया जाएगा।
अभियान में परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग द्वारा ओवरलोडिंग, अनाधिकृत संचालन, फिटनेस उल्लंघन इत्यादि पर सख्त कार्रवाई करने के साथ ही, शराब सेवन तथा अधिक गति से वाहन चलाने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस निलम्बन/निरस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है।
बयान के अनुसार विभाग द्वारा वाहन जांच अभियान, रिफ्लेक्टर टेप लगवाने, सड़क सुरक्षा कार्यशालाएं एवं जन जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।
अभियान में सार्वजनिक निर्माण विभाग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सहित संबंधित एजेंसियों द्वारा सभी राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों पर अनाधिकृत कट 15 दिनों में बंद किए जाएंगे। नियमानुसार चेतावनी, संकेतक एवं साइन बोर्ड लगाने के साथ ही अवैध ढाबे, बस स्टैंड एवं अनाधिकृत संरचनाएं हटाने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
इसी तरह चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी वाहन चालकों की आंखों की जांच के लिए अभियान चलाया जाएगा।
भाषा पृथ्वी