समाज को केवल कानूनों से नहीं, बल्कि सांस्कृतिक जड़ों से ही कायम रखा जा सकता है : मोहन भागवत

समाज को केवल कानूनों से नहीं, बल्कि सांस्कृतिक जड़ों से ही कायम रखा जा सकता है : मोहन भागवत