दिल्ली विस्फोट मामले में गिरफ्तार डॉक्टर के घर की गहन तलाशी, पूरे उप्र में कड़ी की गयी सुरक्षा
सलीम अमित
- 11 Nov 2025, 08:36 PM
- Updated: 08:36 PM
लखनऊ, 11 नवंबर (भाषा) दिल्ली में लालकिले के पास हुए कार विस्फोट के एक दिन बाद मंगलवार को पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा चौकसी और सघन निरीक्षण बढ़ा दिया गया। इस विस्फोट में कम से कम 12 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। आतंकवाद-रोधी एजेंसियों और पुलिस दलों ने लखनऊ सहित कई शहरों में तलाशी अभियान चलाया।
राजधानी लखनऊ में आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस), लखनऊ पुलिस और अन्य केंद्रीय एजेंसियों की एक संयुक्त टीम ने दिल्ली विस्फोट मामले में पहले गिरफ्तार की गई डॉक्टर शाहीन शाहिद के मुत्तकीपुर स्थित आवास पर गहन तलाशी अभियान चलाया।
सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने शाहीन की पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी जुटाने के लिए दस्तावेज एकत्र किये और परिवार के सदस्यों तथा पड़ोसियों से पूछताछ की।
शाहीन के पिता सैयद अहमद अंसारी ने संवाददाताओं को बताया कि वह दिल्ली धमाके के मामले में अपनी बेटी की कथित संलिप्तता के बारे में सुनकर हैरान हैं।
उन्होंने कहा, ''मेरे तीन बच्चे हैं। मेरा सबसे बड़ा बेटा मोहम्मद शोएब यहां मेरे साथ रहता है। मेरी बेटी शाहीन शाहिद और मेरा सबसे छोटा बेटा परवेज अंसारी है। मैंने शाहीन से आखिरी बार लगभग एक महीने पहले बात की थी। मैंने उसे कभी भी डॉक्टर मुजम्मिल या ऐसी गतिविधियों से जुड़े किसी भी व्यक्ति का जिक्र करते नहीं सुना।''
पुलिस सूत्रों ने बताया कि शाहीन के डॉक्टर मुजम्मिल से संबंध होने की आशंका है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मुजम्मिल के पास से पहले फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मुजम्मिल जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद का कथित रूप से समर्थन करने वाले एक सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़े एक अलग मामले में वांछित था।
इस बीच, दिल्ली विस्फोट के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने भीड़-भाड़ वाले बाजारों, मेट्रो स्टेशन, शॉपिंग मॉल, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर तलाशी अभियान चलाया। संवेदनशील स्थानों पर बम निरोधक दस्ते और श्वान दस्तों को भी तैनात किया गया है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''सभी प्रमुख जिलों में सतर्कता बढ़ा दी गई है और दिन—रात गश्त करने के निर्देश जारी किए गए हैं। अगले आदेश तक अलर्ट जारी रहेगा।''
अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ के अलावा, नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या, मथुरा-वृंदावन, गोरखपुर, कानपुर, सहारनपुर और अलीगढ़ जैसे प्रमुख स्थानों सहित पूरे राज्य में सुरक्षा चौकसी बढ़ा दी गयी है।
पुलिस के अनुसार, दिल्ली विस्फोट में मारे गए 12 लोगों में से दो की पहचान अमरोहा निवासी अशोक कुमार (45), शामली जिले के नौमान अंसारी (18) और उत्तर प्रदेश के दो अन्य लोगों के रूप में हुई है।
दिल्ली विस्फोट से कुछ दिन पहले गुजरात एटीएस ने रविवार को बनासकांठा जिले में संदिग्ध आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में लखीमपुर खीरी के निवासी मोहम्मद सुहैल को गिरफ्तार किया था। हालांकि उसका दिल्ली में हुए विस्फोट से जाहिर तौर पर कोई सम्बन्ध नहीं बताया जा रहा है। उसके परिवार ने दावा किया है कि वह निर्दोष है और उसे गलत तरीके से फंसाया गया है।
सिंगाही कस्बे का निवासी सुहैल अपने पिता सलीम, मां रुखसाना, भाई वसीम और एक छोटी बहन के साथ रहता था। उसकी मां ने कहा कि उसका बेटा पिछले तीन सालों से मुजफ़्फरनगर के दारुल उलूम में 'हाफिजा' की पढ़ाई कर रहा था और कभी किसी गलत काम में शामिल नहीं रहा।
सुहैल की मां ने संवाददाताओं से कहा, ''मेरा बेटा ऐसे कामों में कैसे शामिल हो सकता है? वह बहुत ही सीधा—सादा था। हमें उसके मदरसे से या कस्बे से उसके बारे में कभी कोई शिकायत नहीं मिली।''
उन्होंने बताया कि सुहैल आखिरी बार जून में बकरीद के दौरान घर आया था और बाद में पढ़ाई फिर से शुरू करने के लिए वापस चला गया था। कुछ दिन पहले उसने अपनी बहन को बताया था कि वह छुट्टियों में गुजरात गया है।
इससे पहले, गत सात नवंबर को जम्मू—कश्मीर पुलिस ने सहारनपुर में डॉक्टर अदील अहमद को गिरफ्तार किया था। उसे श्रीनगर में गत 28 अक्टूबर को आतंकवादी संगठन जैश—ए—मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग निवासी अदील ने सहारनपुर के अंबाला रोड स्थित बापू विहार कॉलोनी में एक मकान किराए पर लिया था जहां वह पिछले छह महीनों से एक निजी अस्पताल में काम कर रहा था।
अस्पताल के प्रबंधक डॉक्टर मनोज मिश्रा ने कहा, ''अदील ने कभी किसी संदिग्ध गतिविधि में शामिल होने का कोई संकेत नहीं दिया। वह विनम्र था और अपने मरीजों के इलाज पर ध्यान केंद्रित करता था। अगर कुछ भी गलत लगता, तो हम पुलिस को सूचित करते।"
उत्तर प्रदेश एटीएस और अन्य केंद्रीय इकाइयाँ आदिल के स्थानीय संपर्कों और दिल्ली विस्फोट मामले के अन्य आरोपियों के साथ उसके संभावित संबंधों का पता लगाने के लिए सहारनपुर में अपनी जांच जारी रखे हुए हैं।
भाषा सलीम