भारत जी-20 में ग्लोबल साउथ के प्रासंगिक महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर करेगा: विदेश मंत्रालय
नोमान माधव
- 20 Nov 2025, 09:59 PM
- Updated: 09:59 PM
नयी दिल्ली, 20 नवंबर (भाषा) जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दक्षिण अफ्रीका यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह इस बात का पूर्वानुमान नहीं लगाना चाहेंगे कि नेताओं के घोषणापत्र में क्या शामिल होगा, लेकिन भारत और ग्लोबल साउथ के परिप्रेक्ष्य से प्रासंगिक सभी महत्वपूर्ण मामलों को "हमारे नेतृत्व द्वारा उजागर किया जाएगा।”
यह ग्लोबल साउथ में आयोजित होने वाला समूह का लगातार चौथा शिखर सम्मेलन होगा। इसके अलावा, यह पहली बार है जब जी-20 नेताओं का शिखर सम्मेलन अफ्रीकी महाद्वीप में आयोजित हो रहा है।
वर्तमान में इस प्रभावशाली समूह की अध्यक्षता दक्षिण अफ्रीका के पास है, तथा शिखर सम्मेलन जोहान्सबर्ग में आयोजित किया जा रहा है।
दक्षिण अफ्रीका द्वारा आयोजित 20वें जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मोदी 21 से 23 नवंबर तक जोहान्सबर्ग का दौरा करेंगे। शिखर सम्मेलन से इतर, प्रधानमंत्री के जोहान्सबर्ग में उपस्थित कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की उम्मीद है।
विदेश मंत्रालय के सचिव (आर्थिक संबंध) सुधाकर दलेला ने यहां पत्रकारों से कहा, "हम इन द्विपक्षीय बैठकों के विवरण पर काम कर रहे हैं।"
दलेला ने कहा, "यह पहला जी-20 शिखर सम्मेलन है जो अफ्रीकी धरती पर हो रहा है और इस संदर्भ में, यह अफ्रीका के साथ-साथ ग्लोबल साउथ के विकास संबंधी मुद्दों पर भी प्रकाश डालेगा।"
‘ग्लोबल साउथ’ से तात्पर्य उन देशों से है जिन्हें अक्सर विकासशील, कम विकसित अथवा अविकसित के रूप में जाना जाता है और ये मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लातिन अमेरिका में स्थित हैं।
जी20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका, यूरोपियन संघ और अफ्रीकी संघ शामिल हैं।
दक्षिण अफ्रीका ने अपनी समग्र अध्यक्षता की थीम 'एकजुटता, समानता, स्थिरता' रखी है और इसने वर्ष जी-20 की अपनी अध्यक्षता के लिए चार प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान की है।
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत शिखर सम्मेलन में आतंकवाद जैसे ज्वलंत वैश्विक मुद्दे को उठाएगा, दलेला ने कहा, "यह निश्चित रूप से हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण विषय है।"
उन्होंने कहा, "लेकिन, जी-20 एक ऐसा मंच है जहां आप मुख्य रूप से आर्थिक मुद्दों और उनसे जुड़े मामलों पर चर्चा करते हैं; और इस समय हम शिखर सम्मेलन के घोषणापत्र पर चर्चा कर रहे हैं। हमारे सहयोगी और टीमें जोहान्सबर्ग में हैं, और ऐसे सभी मुद्दों पर चर्चा हो रही है।"
विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, "इसलिए मैं यह पूर्वानुमान नहीं लगाना चाहता कि घोषणापत्र में क्या आएगा, लेकिन हमारे दृष्टिकोण से,ग्लोबल साउथ के दृष्टिकोण से प्रासंगिक सभी महत्वपूर्ण मामलों को हमारे नेतृत्व द्वारा उजागर किया जाएगा।"
भाषा नोमान