सीमा विवाद: कर्नाटक जाने वाली बसों में सुरक्षा प्रदान करने पर विचार कर रही महाराष्ट्र सरकार
वैभव नरेश
- 25 Feb 2025, 02:54 PM
- Updated: 02:54 PM
मुंबई, 25 फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाइक ने मंगलवार को कहा कि राज्य परिवहन के कर्मचारियों पर हुए हमले के मद्देनजर पड़ोसी राज्य कर्नाटक जाने वाली बसों में सुरक्षा मार्शल या पुलिस कर्मियों को तैनात करने पर विचार किया जा रहा है।
महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करना कर्नाटक सरकार की भी जिम्मेदारी है और अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो (महाराष्ट्र) राज्य सरकार ऐसा करेगी।
राज्य सरकार ने शुक्रवार रात को चित्रदुर्ग में कथित तौर पर कन्नड भाषी कार्यकर्ताओं द्वारा राज्य परिवहन की एक बस और उसके चालक पर हुए हमले के बाद शनिवार को कर्नाटक जाने वाली महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बसों को निलंबित करने का आदेश दिया।
उससे पहले उसी दिन, कर्नाटक सरकार के स्वामित्व वाले परिवहन निगम की बस के एक परिचालक पर महाराष्ट्र की सीमा से लगे बेलगावी में एक लड़की को मराठी में जवाब नहीं देने पर कथित तौर पर हमला किया गया।
दोनों घटनाओं के बाद से दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव बढ़ गया है।
बेलगावी में मराठी भाषी लोगों की अच्छी खासी आबादी है और उनमें से एक वर्ग अक्सर मांग करता है कि कर्नाटक के इस सीमावर्ती जिले को महाराष्ट्र में मिला दिया जाए, जिसका कन्नड समर्थक कार्यकर्ता विरोध करते हैं।
सरनाइक ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘मराठी हमारा गौरव है और हमें अपने यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखना होगा।’’
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों राज्यों द्वारा बस सेवाओं को निलंबित करने के कारण यात्रियों को कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
मंत्री ने कहा कि परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कर्नाटक के अपने समकक्षों से बात कर रहे हैं।
सरनाइक ने कहा, ‘‘परिवहन मंत्री के तौर पर मुझे अपने यात्रियों की सुरक्षा के बारे में सोचना होगा। अगर कुछ असामाजिक तत्व हैं, तो हमें कर्नाटक जाने वाली अपनी सरकारी बसों में सुरक्षा मार्शल या पुलिस कर्मियों को तैनात करने के बारे में सोचना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मराठी हमारा गौरव है और हमें अपने यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखना होगा तथा इस मुद्दे पर राज्य कैबिनेट की बैठक में भी चर्चा की जाएगी।’’
मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र का अपना गौरव है और अगर पड़ोसी राज्य के लोग महाराष्ट्र के लोगों को धमकाएंगे तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भाषा
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