पोलावरम परियोजना के खिलाफ आंदोलन में बीजद का समर्थन
राखी नरेश
- 25 Feb 2025, 03:39 PM
- Updated: 03:39 PM
भुवनेश्वर, 25 फरवरी (भाषा) बीजू जनता दल (बीजेडी) ने केंद्र सरकार और ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से आंध्र प्रदेश में बन रही पोलावरम बांध परियोजना पर स्पष्टीकरण मांगा है और इसके खिलाफ 28 फरवरी को होने वाले विरोध प्रदर्शन को समर्थन देने की घोषणा की।
बीजेडी के समन्वय और गतिविधि समिति के अध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्रा ने बताया कि ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के प्रभावित लोग पोलावरम संयुक्त समन्वय समिति के बैनर तले मलकानगिरी जिले के मोटू में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं और बीजद इसमें भाग ले रही है।
मिश्रा ने दावा किया कि इस परियोजना से ओडिशा के मलकानगिरी जिले के आदिवासी समुदायों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के लोग भी प्रभावित होंगे।
उन्होंने बताया कि कमेटी ने बीजद अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को इस प्रस्तावित रैली में शामिल होने का निमंत्रण दिया है।
मिश्रा ने पीटीआई-भाषा को बताया, "अभी तक पटनायक के दौरे पर निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन अगर वह नहीं जा पाए, तो वर्चुअली सभा को संबोधित करेंगे।"
बीजद के नेताओं का कहना है कि इस परियोजना से मलकानगिरी जिले के मोटू और पाडिया ब्लॉक की 12 ग्राम पंचायतें डूब जाएंगी।
मिश्रा ने कहा कि वर्ष 2007 से जब से नवीन पटनायक को पता चला कि बांध के डिजाइन में बदलाव किए गए हैं और इसमें आदिवासियों के हितों की अनदेखी की गई है तब से वह इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "अब जब भाजपा सरकार ने इस परियोजना के लिए दो चरणों में लगभग 17,000 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, तो बीजद को मजबूरन इसके खिलाफ आवाज उठानी पड़ रही है।"
मिश्रा ने सवाल किया, "केंद्रीय जल आयोग (सीडब्लूसी), पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, और जनजातीय मामलों के मंत्रालय के कई नियमों का उल्लंघन होते हुए भी यह परियोजना कैसे आगे बढ़ सकती है?"
मिश्रा ने कहा, "हम बांध परियोजना के विरोध में नहीं हैं, बल्कि इसके मूल डिजाइन में किए गए बदलावों के विरोध में हैं। वर्तमान निर्माण 50 लाख क्यूसेक की जल निर्वहन क्षमता पर आधारित है, जबकि जिस क्षमता पर सहमति दर्ज की गयी थी वह 36 लाख क्यूसेक थी।"
बीजद नेता भृगु बक्सीपत्र ने आरोप लगाया कि केंद्र और ओडिशा की भाजपा सरकार इस परियोजना पर जानबूझकर चुप्पी साधे हुए है ताकि आंध्र प्रदेश को खुश रखा जा सके, क्योंकि वहां की सत्ताधारी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सहयोगी है।
इस बीच, कांग्रेस ने परियोजना का विरोध तो किया है, लेकिन 28 फरवरी के प्रदर्शन में भाग लेने से इनकार कर दिया है।
कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र कदम ने कहा, "हम पोलावरम परियोजना के खिलाफ हैं और सड़कों पर विरोध करेंगे, लेकिन बीजद के साथ नहीं। नवीन पटनायक ने अपने 24 साल के कार्यकाल में इस परियोजना को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। अब सत्ता गंवाने के बाद वह बेवजह शोर मचा रहे हैं।"
उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से भी जवाब देने की मांग की और कहा, "हमारे पास एक आदिवासी मुख्यमंत्री हैं, फिर भी पोलावरम परियोजना से कई आदिवासी गांव डूब जाएंगे। माझी को स्पष्ट करना चाहिए कि वह ओडिशा के आदिवासियों के साथ हैं या मोदी की तुष्टीकरण नीति का पालन कर रहे हैं।"
भाषा राखी