केरल के कोल्लम मंदिर में संघ के गाने पर विवाद के बाद टीडीबी की सख्त कार्रवाई की चेतावनी
प्रशांत रंजन
- 07 Apr 2025, 05:03 PM
- Updated: 05:03 PM
कोल्लम (केरल), सात अप्रैल (भाषा) केरल के त्रावणकोर क्षेत्र के अधिकांश मंदिरों का प्रबंधन करने वाले त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) ने सोमवार को चेतावनी दी कि वह उन मंदिर सलाहकार समितियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा जो “समाज में धार्मिक शत्रुता को बढ़ावा देने” वाले तरीकों से काम करती हैं।
टीडीबी के अध्यक्ष पी.एस. प्रशांत ने रविवार तड़के कोल्लम जिले के कोट्टुक्कल में एक मंदिर में संगीत समारोह के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के “गण गीतम” (प्रार्थना गीत) के कथित गायन की खबरों के बीच मंदिर सलाहकार समितियों के कामकाज पर अपना रुख कड़ा कर दिया।
एक पेशेवर संगीत मंडली के सदस्यों ने कथित तौर पर कडक्कल पुलिस थाने की सीमा के भीतर स्थित टीडीबी-प्रबंधित मंदिर में आयोजित ‘गण मेला’ (संगीत समारोह) के दौरान यह गीत प्रस्तुत किया।
पुलिस के अनुसार, यह भी आरोप है कि उत्सव के सिलसिले में मंदिर परिसर में संघ के झंडे लगाये गये थे।
प्रशांत ने एक टीवी चैनल को बताया, “मंदिर सलाहकार समिति के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई होगी। इस संबंध में बोर्ड की ओर से मंदिर प्रबंधन को कई परिपत्र भेजे जा चुके हैं।”
उन्होंने हालांकि आरोप लगाया कि कुछ सलाहकार समिति ऐसे परिपत्रों की अनदेखी करती रहती हैं और राजनीतिक हितों के आधार पर काम करती हैं, जिससे समाज में “सांप्रदायिक मतभेद” का मार्ग प्रशस्त होता है।
टीडीबी अध्यक्ष ने कहा, “ऐसी हरकतें किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।”
प्रशांत ने बताया कि कोट्टुक्कल मंदिर के सलाहकार समिति के एक वर्ग ने संगीत कार्यक्रम के दौरान “गण गीतम” के गायन के खिलाफ शिकायत लेकर पुलिस से संपर्क किया था। उन्होंने बताया कि बोर्ड ने घटना पर रिपोर्ट भी मांगी है।
विवाद सामने आने पर विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने रविवार को कहा कि मंदिर उत्सव के दौरान संघ के “गण गीतम” का गायन “गंभीर चिंता का विषय” है और उन्होंने टीडीबी से जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया।
कडक्कल पुलिस ने कहा कि उन्हें मंदिर की सलाहकार समिति के एक सदस्य से शिकायत मिली है, हालांकि अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया है।
यह घटना उसी पुलिस थाना क्षेत्र में हुए एक अन्य विवाद के तुरंत बाद हुई है, जहां हाल ही में एक मंदिर उत्सव के दौरान कथित तौर पर माकपा की प्रशंसा करते हुए “क्रांतिकारी गीत” गाए गए थे।
भाषा प्रशांत