भगवान बुद्ध के प्रेम, शांति एवं करुणा के संदेश के तहत विकास के पथ पर अग्रसर छत्तीसगढ़ सरकार: साय
संजीव जोहेब
- 09 Jul 2025, 05:54 PM
- Updated: 05:54 PM
रायपुर, नौ जुलाई (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बुधवार को कहा कि भगवान बुद्ध के प्रेम, शांति एवं करुणा के संदेश को आत्मसात करते हुए राज्य सरकार विकास के पथ पर अग्रसर है।
अधिकारियों ने बताया कि साय ने आज सरगुजा जिले के मैनपाट में एक होटल परिसर में भगवान बुद्ध की नवस्थापित भव्य प्रतिमा का अनावरण किया।
साय ने इस दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ में बौद्ध परंपरा की जड़ें अत्यंत गहरी हैं तथा भगवान बुद्ध के प्रेम, शांति एवं करुणा के संदेश को आत्मसात करते हुए राज्य सरकार विकास के पथ पर अग्रसर है।
उन्होंने दलाई लामा के 90वें जन्मदिन के मौके पर कहा कि उनका जीवन भगवान बुद्ध के करुणा, प्रेम और शांति के सिद्धांतों का सजीव प्रतीक है और आज की दुनिया के लिए उनका संदेश नयी आशा और सकारात्मकता का स्रोत है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत विश्व भर के नेताओं ने दलाई लामा जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं, जो यह दर्शाता है कि भगवान बुद्ध के विचारों का वैश्विक जीवन पर कितना गहरा प्रभाव है।''
साय ने अपने संबोधन में इस अवसर पर आमंत्रण के लिए तिब्बती समुदाय के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि छत्तीसगढ़ में कई ऐसे स्थल हैं, जहां भगवान बुद्ध की उपासना की जाती है।
उन्होंने कहा कि सिरपुर में बौद्ध, जैन और सनातन परंपराएं एक साथ देखने को मिलती हैं, जो राज्य की समावेशी संस्कृति का अद्वितीय उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि मैनपाट प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर स्थल है, जो पर्यटकों को रोमांचित करता है।
साय ने कहा कि यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, और राज्य सरकार इसके समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य की नवीन औद्योगिक नीति में पर्यटन को विशेष प्राथमिकता दी गई है और मैनपाट जैसे क्षेत्रों में ‘होम स्टे’ सुविधा शुरू करने वालों को विशेष प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तिब्बती सहकारी समिति की मांग पर मैनपाट स्थित सैला रिसॉर्ट से बौद्ध मंदिर तक सीसी रोड निर्माण के लिए 10 लाख रुपये तथा प्राचीन बौद्ध मंदिर में शेड निर्माण के लिए 20 लाख रुपये की घोषणा की।
अधिकारियों ने बताया कि इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और प्रदेशवासियों के लिए सुख, समृद्धि एवं शांति की कामना की।
उन्होंने बताया कार्यक्रम में पारंपरिक तिब्बती रीति-रिवाजों के अनुसार मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया गया और हाथों में तिरंगा लिए वहां मौजूद लोगों ने उत्साहपूर्वक मुख्यमंत्री से मुलाकात की।
मैनपाट सरगुजा जिले के मुख्यालय अंबिकापुर से लगभग 75 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। इसे छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाता है। मैनपाट अपनी प्राकृतिक सुंदरता के प्रसिद्ध है। यहां बड़ी संख्या में तिब्बती मूल के लोग निवास करते हैं।
भाषा संजीव