प्रधानमंत्री मोदी ने नामीबिया की राष्ट्रपति नेंडी-नदैतवा के साथ वार्ता की
सुभाष वैभव
- 09 Jul 2025, 08:54 PM
- Updated: 08:54 PM
(तस्वीरों के साथ)
विंडहोक, नौ जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नामीबिया की राष्ट्रपति नेटुम्बो नेंडी नदैतवा के बीच वार्ता के बाद बुधवार को यह घोषणा की गई कि अफ्रीकी देश इस वर्ष के अंत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) की शुरूआत करेगा।
दोनों नेताओं के बीच हुई वार्ता में द्विपक्षीय संबंधों को नयी गति प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
मोदी-नदैतवा वार्ता में, डिजिटल प्रौद्योगिकी, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिज जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर मुख्य रूप से चर्चा हुई।
पिछले वर्ष अप्रैल में एनपीसीआई (भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम) और बैंक ऑफ नामीबिया के बीच यूपीआई प्रौद्योगिकी लाइसेंसिंग समझौते पर हुए हस्ताक्षर के परिणामस्वरूप इस वर्ष के अंत में नामीबिया में डिजिटल भुगतान प्रणाली शुरू करने की घोषणा की गई।
दोनों नेताओं के बीच वार्ता के बाद, नामीबिया में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग पर एक अन्य समझौते पर भी हस्ताक्षर किए।
नामीबिया, भारत समर्थित सीडीआरआई (आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन) और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन में भी शामिल हुआ।
सीडीआरआई में विभिन्न देशों की सरकारें, अंतरराष्ट्रीय संगठन और निजी क्षेत्र शामिल हैं।
प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान, दोनों नेताओं ने भारत-नामीबिया संबंधों के समग्र पहलुओं की समीक्षा की।
बैठक के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में मोदी ने कहा, ‘‘डिजिटल तकनीक, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिज जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर प्रमुखता से चर्चा हुई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने व्यापार, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स के क्षेत्र में संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी चर्चा की। ‘प्रोजेक्ट चीता’ में नामीबिया की सहायता के लिए आभार व्यक्त किया।’’
स्टेट हाउस में वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग, नामीबिया में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना, सीडीआरआई (आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन) फ्रेमवर्क और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन फ्रेमवर्क शामिल हैं।
यह प्रधानमंत्री मोदी की नामीबिया की पहली और भारत से किसी प्रधानमंत्री की तीसरी यात्रा है।
पांच देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में ब्राजील से यहां पहुंचे मोदी ने राष्ट्रीय स्मारक ‘हीरोज एकर’ में नामीबिया के संस्थापक सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। नुजोमा ने 1990 में नामीबिया को स्वतंत्रता दिलाई और 15 वर्षों तक इसके पहले राष्ट्रपति रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने नुजोमा को एक दूरदर्शी नेता के रूप में याद किया, जिन्होंने अपना जीवन नामीबिया की स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दिया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘स्वतंत्र नामीबिया के पहले राष्ट्रपति के रूप में, नुजोमा ने राष्ट्र निर्माण में प्रेरणादायक योगदान दिया। उनकी विरासत दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करती रहती है। नुजोमा भारत के एक सच्चे मित्र थे।’’
राष्ट्रपति नेंडी-नदैतवा के निमंत्रण पर यहां आए मोदी ने नामीबिया को अफ्रीका में एक ‘‘महत्वपूर्ण और विश्वसनीय साझेदार’’ बताया।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी का स्टेट हाउस में स्वागत किया गया और उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।
भाषा सुभाष