मुंबई पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी में शामिल गिरोह का भंडाफोड़ किया, 12 लोग गिरफ्तार
शुभम अविनाश
- 22 Aug 2025, 07:56 PM
- Updated: 07:56 PM
मुंबई, 22 अगस्त (भाषा) मुंबई पुलिस ने देश के विभिन्न हिस्सों में कथित तौर पर लोगों से 60.82 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले 12 लोगों को गिरफ्तार कर एक साइबर धोखाधड़ी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि वित्तीय लेनदेन से पता चलता है कि गिरोह के अंतरराष्ट्रीय संबंध हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक दंपति भी है।
अधिकारी ने बताया कि हाल ही में पकड़े गए आरोपियों में से पांच ने साइबर धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल की खातिर अपने बैंक खाते और सिम कार्ड बेच दिए थे।
पुलिस उपायुक्त (जांच) राज तिलक रोशन ने बताया कि ये गिरफ्तारियां 12 अगस्त को पश्चिमी उपनगर कांदिवली में एक कार्यालय पर मुंबई अपराध शाखा की छापेमारी के बाद की गईं, जिसमें अधिकारियों ने सिम कार्ड और बैंक पासबुक जब्त किए।
उन्होंने बताया कि वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दिलीप तेजनकर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने लैपटॉप, प्रिंटर, 25 मोबाइल फोन, 25 बैंक पासबुक, 30 चेकबुक, 46 एटीएम कार्ड, एक स्वाइप मशीन और विभिन्न दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के 108 सिम कार्ड जब्त किए हैं।
उन्होंने बताया कि 12 अगस्त को छापेमारी के दौरान पांच आरोपियों वैभव पटेल, सुनीलकुमार पासवान, अमनकुमार गौतम, खुशबू सुंदरजला और नितेश बांदेकर को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि जांच से पता चला कि आरोपियों ने साइबर धोखाधड़ी के लिए बैंक खाते और सिम कार्ड खरीदे थे और इन्हें उसी कार्यालय से सक्रिय किया गया था।
उन्होंने बताया कि अपराध शाखा ने जांच के दौरान संगठित गिरोह में शामिल सात और लोगों को गिरफ्तार किया है।
अधिकारी ने बताया कि गिरोह ने 7,000-8,000 रुपये में सिम कार्ड और बैंक खाते खरीदे और उनका इस्तेमाल डिजिटल अरेस्ट, ऑनलाइन खरीदारी और शेयर बाजार कारोबार से जुड़ी धोखाधड़ी के लिए किया।
उन्होंने बताया कि गिरोह ने 943 बैंक खाते खरीदे थे, जिनमें से 181 का इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया गया।
उन्होंने बताया कि आरोपी पिछले साल से इस कार्यप्रणाली का इस्तेमाल कर रहे थे।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी मुंबई में दर्ज कम से कम 14 साइबर धोखाधड़ी मामलों और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में दर्ज 12 मामलों में शामिल हैं।
अधिकारी ने बताया कि बैंक खातों और सिम कार्ड का इस्तेमाल देश भर में लोगों से 60.82 करोड़ रुपये की ठगी करने के लिए किया गया, जिसमें मुंबई में 1.67 करोड़ रुपये और शेष महाराष्ट्र में 10.57 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी शामिल है।
भाषा
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