जम्मू-कश्मीर: करीब एक महीने तक बंद रहने के बाद महत्वपूर्ण अंतर-जिला सड़क पर यातायात बहाल
सुमित सुरेश
- 23 Sep 2025, 08:49 PM
- Updated: 08:49 PM
जम्मू, 23 सितंबर (भाषा) सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा जम्मू-कश्मीर में राजौरी, रियासी और रामबन जिलों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़क पर यातायात को पुनः बहाल कर दिया गया है। यह सड़क भारी बारिश से हुए नुकसान के कारण करीब एक महीने तक बंद थी। रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
प्रवक्ता ने कहा कि पीर पंजाल क्षेत्र के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सैनिकों की आवाजाही और रसद की आपूर्ति के लिए सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सड़क संपर्क ‘बुधल-माहोर-गुल’ (बीएमजी) मार्ग पर यातायात की बहाली स्थानीय लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। उन्होंने बताया कि यह प्राथमिक मार्ग है, जो दूरदराज के गांवों को उप-मंडलों और जिला मुख्यालयों से जोड़ता है, जिससे यह सड़क माल, सेवाओं और आपातकालीन प्रतिक्रिया के परिवहन के लिए आवश्यक हो जाती है।
पीर पंजाल क्षेत्र में 28 अगस्त को अत्यधिक वर्षा और अचानक आई बाढ़ के कारण रियासी जिले में इस सड़क पर बडोरा ‘डायवर्जन’ (मोड़) बुरी तरह प्रभावित हुआ और पूर्ण रूप से बह गया।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस घटना के व्यापक परिणाम हुए, जिससे 15 गांव प्रभावित हुए और खासकर रियासी, राजौरी और रामबन जिलों के बीच अंतर-जिला संपर्क बाधित हुआ। इस बीहड़ और दुर्गम क्षेत्र में यह मोड़ एक महत्वपूर्ण परिवहन संपर्क था, जो भारी बारिश के बाद अवरुद्ध हो गया, जिससे इन क्षेत्रों में माल, सेवाओं और लोगों का आवागमन बाधित हो गया था।"
उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी से हुई तात्कालिक क्षति के अलावा, बीएमजी सड़क पर हुए कई भूस्खलनों से स्थिति और भी खराब हो गई है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘भूस्खलन के कारण ‘डायवर्जन’ को ठीक करने के लिए जरूरी मशीनें और संसाधन मौके पर नहीं पहुंच पाए। भूभाग और खराब मौसम की स्थिति को देखते हुए, नुकसान का आकलन और मरम्मत का प्रारंभिक कार्य रुक गया था, जिससे पुनर्स्थापना कार्यों में देरी हुई।’’
उन्होंने बताया कि इन बाधाओं के बावजूद 31वें सीमा सड़क कार्य बल (बीआरटीएफ) के अधीन 110 सड़क निर्माण कंपनी (आरसीसी) के एक दल ने ‘संपर्क’ परियोजना के तहत चुनौती का सामना करते हुए पुनर्स्थापना कार्य पूरा किया।
प्रवक्ता ने कहा, "भारी वर्षा के कारण हुए इस नुकसान ने क्षेत्र में संपर्क को और भी प्रभावित कर दिया था। हालांकि, 110 आरसीसी द्वारा इन स्थानों पर संपर्क को सफलतापूर्वक पुनः बहाल कर दिया गया, जिससे प्राकृतिक आपदाओं के सामने उनकी क्षमता और दृढ़ता एक बार फिर सिद्ध हुई।"
भाषा
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