महाराष्ट्र के किसानों को मझधार में छोड़कर बिहार चुनाव में व्यस्त हैं फडणवीस : उद्धव
रवि कांत नेत्रपाल
- 05 Nov 2025, 05:02 PM
- Updated: 05:02 PM
छत्रपति संभाजीनगर, पांच नवंबर (भाषा) शिवसेना (उबाठा) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि वह (फडणवीस) अपने ही राज्य के किसानों को मझधार में छोड़कर बिहार में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए कृषि ऋण माफी पर निर्णय के लिए सरकार द्वारा दी गई 30 जून, 2026 की तारीख ‘‘स्वीकार्य नहीं’’ है।
ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए कि यदि सरकार ऋण माफ करने की योजना बना रही है तो क्या किसानों को अपनी किश्तें चुकाना जारी रखना होगा।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख ने बुधवार को छत्रपति संभाजीनगर के पैठण तालुका के नांदर गांव से अपने चार दिवसीय मराठवाड़ा दौरे की शुरुआत की, जहां उन्होंने किसानों से बातचीत की।
उन्होंने दिन में बाद में पाली (बीड), पाथरुड, शिरसाव (धाराशिव) और घरी (सोलापुर) गांवों का दौरा भी किया।
ठाकरे ने पाली गांव में कहा, ‘‘लोगों को एकजुट होकर मौजूदा सरकार को सबक सिखाना चाहिए। मैं आपके साथ हूं और मुख्यमंत्री बिहार में हैं। यहां किसान परेशान हैं। लेकिन किसानों को इसी हालत में छोड़कर फडणवीस बिहार में घूम रहे हैं। यहां, वे (भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार) (लाडकी बहिन योजना) का लाभ एक परिवार के केवल दो सदस्यों को देते हैं। लेकिन, बिहार में वह हर महिला के खाते में 10,000 रुपये देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बिहार में चुनाव हैं।’’
ठाकरे ने कहा, ‘‘मेरे पास एक वीडियो है जिसमें मुख्यमंत्री फडणवीस कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार को सबसे ज़्यादा प्यार करते हैं। तो क्या महाराष्ट्र उनके लिए सौतेला बेटा है? वे यहां सत्ता का सुख भोगते हैं, लेकिन वहां ऐसी भाषा का प्रयोग करते हैं। प्रधानमंत्री को कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरे देश से प्रेम करना चाहिए।’’
मुख्यमंत्री फडणवीस ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि कृषि ऋण माफी पर निर्णय अगले वर्ष 30 जून तक लिया जाएगा।
फडणवीस ने कहा था कि सबसे पहले यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि किसानों को बाढ़ राहत के लिए मुआवजा मिले और साथ ही रबी की बुवाई की तैयारी भी की जाए।
कृषि ऋण माफी पर समयसीमा को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘‘यह तारीख हमें स्वीकार्य नहीं है। हम किसानों को उनके नुकसान के मुआवजे के रूप में प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये की मांग कर रहे हैं। किसानों को अब कर्जमाफी की भी जरूरत है। सरकार का कहना है कि वह इस मुद्दे का अध्ययन करना चाहती है।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इससे पहले, मेरी सरकार के दौरान, हमने अध्ययन किया था और उसका विवरण अब भी सरकार के पास है। हमारी सरकार ने तब ऋण माफी की थी।’’
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने अब ऋण माफी के लिए 30 जून, 2026 की नयी तारीख दी है।
ठाकरे ने सवाल किया, ‘‘यदि अगले वर्ष जून में ऋण माफ होने वाला है तो क्या किसानों को अब अपनी किस्त चुकानी चाहिए या नहीं? यदि हां, तो किसान यह राशि कैसे देंगे? ’’
ठाकरे ने मांग की कि किसानों को अब कर्ज माफी दी जानी चाहिए।
भाषा रवि कांत