सबरीमला मामला: एसआईटी ने पूर्व टीडीबी अध्यक्ष पद्मकुमार को गिरफ्तार किया
नोमान नरेश
- 20 Nov 2025, 06:04 PM
- Updated: 06:04 PM
तिरुवनंतपुरम, 20 नवंबर (भाषा) सबरीमला मंदिर से सोना गायब होने के मामले की जांच कर रहे विशेष अन्वेषण दल (एसआईटी) ने बृहस्पतिवार को त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) के पूर्व अध्यक्ष ए पद्मकुमार को यहां गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पूर्व विधायक से अपराध शाखा के दफ्तर में पूछताछ की गई जिसके बाद दोपहर में उनकी गिरफ्तारी दर्ज की गई।
सूत्रों ने बताया कि श्रीकोविल (गर्भगृह) के दरवाज़े की चौखट से सोना गायब होने से संबंधित मामले में आरोपी बनाए जाने के बाद पद्मकुमार को गिरफ्तार किया गया।
वह 2019 में टीडीबी के अध्यक्ष थे, जब बोर्ड ने द्वारपालक (संरक्षक देवता) की मूर्तियों और श्रीकोविल (गर्भगृह) के दरवाजों की चौखट की सोने की परत चढ़ी तांबे की प्लेटें इलेक्ट्रोप्लेटिंग (पॉलिश) के लिए मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी को सौंपने के प्रस्ताव पर विचार किया था।
हालांकि पद्मकुमार ने कहा है कि जब सोने की परत चढ़ी प्लेटें असल में पोट्टी को सौंपी गई थीं, तब वह बोर्ड के अध्यक्ष नहीं थे। लेकिन, एसआईटी का मानना है कि यह प्रस्ताव उनके कार्यकाल के दौरान आगे बढ़ाया गया था।
अधिकारियों ने कहा कि पद्मकुमार को इस महीने पूछताछ के वास्ते पेश होने के लिए दो बार कहा गया था, लेकिन उन्होंने और समय मांगा था।
पद्मकुमार पत्तनमथिट्टा जिले में माकपा के वरिष्ठ नेता हैं और केरल विधानसभा में कोन्नी सीट से विधायक रहे हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्हें रिमांड प्रक्रिया के लिए कोल्लम में सतर्कता अदालत में पेश किया जाएगा।
इस बीच, कोल्लम की सतर्कता अदालत ने बृहस्पतिवार को एन वासु को शाम तक एसआईटी की हिरासत में भेज दिया। वासु 2019 में पद्मकुमार के बाद टीडीबी के अध्यक्ष बने थे।
जब वासु को पेश किया गया तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने अदालत के पास विरोध प्रदर्शन किया, उनके खिलाफ नारे लगाए और उस गाड़ी को रोकने की कोशिश की जिसमें उन्हें अदालत से यहां अपराध शाखा के कार्यालय ले जाया जा रहा था।
अब तक, एसआईटी ने द्वारपालक की मूर्तियों और श्रीकोविल के दरवाजों से सोना गायब होने से जुड़े दो मामलों में मुख्य आरोपी पोट्टी और वासु समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
भाषा नोमान